नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पंजाब और छत्तीसगढ़ में सामने आए मौत के आंकड़े गंभीर चिंता का कारण हैं। उन्होंने कहा कि देश के कुल सक्रिय मामलों में से 58 फीसदी मामले अकेले महाराष्ट्र में हैं। इसके अलावा देश में कुल दर्ज की गई मौतों के आंकड़े में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 34 फीसदी है।
राजेश भूषण ने छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति को लेकर कहा कि यह राज्य हमारे लिए चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद यहां देश के कुल कोरोना मामलों के छह फीसदी मामले हैं। इसके अलावा देश में कोरोना से हुई कुल मौतों में से तीन फीसदी छत्तीसगढ़ में हुई हैं। संक्रमण की दूसरी लहर ने छत्तीसगढ़ में हालात और गंभीर किए हैं। राजेश भूषण ने बताया कि देश के 10 जिलों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं। इनमें से सात जिले महाराष्ट्र के, एक कर्नाटक का, एक छत्तीसगढ़ का और एक दिल्ली का है। उन्होंने कहा कि देश में कुल कोविड मामलों में से 92 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं। 1.3 फीसदी मरीजों की मौत हुई है और लगभग छह फीसदी नए कोविड मामले हैं।
सभी के लिए टीकाकरण पर कहा जिसे जरूरत उसे पहले लगे
भूषण ने कहा कि कई लोग पूछते हैं कि सभी के लिए टीकाकरण की शुरुआत क्यों नहीं कर रहे हैं। ऐसे टीकाकरण अभियानों के दो लक्ष्य होते हैं। पहला बीमारी से होने वाली मौतों को रोकना और दूसरा स्वास्थ्य व्यवस्था को बचाए रखना। लक्ष्य यह नहीं है कि जो खरीद सकते हैं उन्हें पहले टीका लगा दिया जाए बल्कि यह है कि पहले टीका उन्हें लगाया जाए जिन्हें जरूरत है। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हमने राज्य सरकारों को आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने की सलाह दी है, जिसमें महाराष्ट्र में पिछले कुछ सप्ताहों में कमी देखी गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह कुल की गई जांचों में से केवल 60 फीसदी जांच आरटी-पीसीआर माध्यम से की गई थीं। हमने राज्यों से कहा है कि वे इसे 70 फीसदी या अधिक पर ले जाएं। हालांकि, भूषण ने कहा कि भारत में प्रति दस लाख आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले और मौत के आंकड़े अभी भी दुनिया में सबसे कम हैं। उन्होंने जोर दिया कि देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए लोगों की भागीदारी महत्वपूर्ण है और अगले चार सप्ताह हमारे लिए बेहद विकट हैं।