पठानकोट (एजेंसी)। पंजाब के गुरदासपुर में बार-बार ड्रोन की घुसपैठ और पठानकोट एयरबेस हमले की पांचवीं बरसी पर पठानकोट पुलिस अलर्ट पर है। जिला पुलिस, डेल्टा कमांडो, बीएसएफ व घातक कमांडो समेत अन्य सुरक्षा बलों के दस्तों ने भारत-पाक सीमा के कई गांवों और जीरो लाइन के आसपास सर्च ऑपरेशन चलाया। 50 से ज्यादा इन स्पेशल कमांडो ने सीमावर्ती इलाके और उज्ज नदी के किनारे खासतौर सर्च अभियान चलाया।
जीरो लाइन से सटे गांवों में बख्तरबंद गाडिय़ां से निगरानी की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों को आगाह किया गया है कि वह अंतरराष्ट्रीय सीमा के एक किलोमीटर के दायरे में रात आठ से सुबह पांच बजे तक न जाएं। वहीं, नरोट जैमल सिंह व बमियाल में भी बीएसएफ ने चौकसी बढ़ा दी है। नरोट जैमल सिंह व बमियाल में बीएसएफ ने पुलिस के साथ खेत, रावी नदी और चौक इलाके में छानबीन की।
पठानकोट शहर में भी पुलिस सतर्क
पुलिस ने पठानकोट शहर क्षेत्र में 32 स्थानों पर नाके लगाए हैं। इनमें 18 नाके सिटी जबकि 14 नाके सीमांत इलाकों में बनाए गए हैं। सारे जिले की सुरक्षा की कमान 350 पुलिस जवानों को सौंपी गई है। इसके साथ जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार माधोपुर से पंजाब की सीमा सटी है। यही कारण है कि पुलिस सुरक्षा यहां दोगुनी कर दी गई है। माधोपुर स्थित टी-प्वाइंटों एवं अन्य विभिन्न स्थानों पर चेकिंग की जा रही है।
हर वक्त अलर्ट पर रहता है पठानकोट
सर्च ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे एसपी ऑपरेशन हेमपुष्प शर्मा ने कहा कि गुरदासपुर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर सामने आ रही गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है। सर्च ऑपरेशन और नाकाबंदी बढ़ाई गई है। सभी सुरक्षा कर्मियों को चौकस रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। पाकिस्तान सीमा से सटे होने की वजह से पठानकोट हर समय अलर्ट पर रहता है। वहीं, एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा कि ठंड में संदिग्धों के उक्त मार्ग से पंजाब में प्रवेश करने की संभावना होती है। इस कारण इन क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।