वर्ल्ड डेस्क/केप केनवरल (एजेंसी). नासा के पर्सेवरेंस रोवर ने मंगल की सतह पर गुरुवार देर रात को सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है। पर्सेवेरेंस रोवर ने जेजेरो (Jezero) नामक एक 820 फुट गहरे क्रेटर पर लैंडिंग की, साथी ही अपनी पहली सेल्फी दुनिया के साथ साझा की। नासा की ये कोशिश लाल ग्रह पर मनुष्य को बसाने की उम्मीदों को लेकर बेहद अहम कदम है। नासा के कई वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर उतरने वाले पर्सेवरेंस रोवर की लैंडिंग को लेकर काफी चिंता जताई थी लेकिन इस मिशन का नेतृत्व कर रही स्वाति मोहन के जेजेरो क्रेटर पर सफलतापूर्वक लैंड करने की पुष्टि करने के बाद उनकी ये चिंता, उत्साह में बदल गई।
पर्सेवरेंस रोवर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल की ओर से एक ट्वीट किया गया, इसमें रोवर के सफल लैंडिंग की पुष्टि की गई और कैप्शन में लिखा ‘टचडाउन कंफर्म्ड’। लैंडिंग के साथ ही पर्सेवरेंस रोवर ने मंगल ग्रह की पहली तस्वीर सबके साथ साझा की। नासा के पर्सेवरेंस रोवर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया और लिखा कि हेलो, दुनिया। मेरे हमेशा के लिए घर का पहला नजारा। इसके अलावा दूसरे ट्वीट में पीछे का नजारा भी दिखाया है। सफल लैंडिंग के बारे में धरती तक सिग्नल पहुंचने में साढ़े ग्यारह मिनट का समय लगा और यह समाचार मिलते ही तनाव का माहौल खत्म हो गया।
यान नियंत्रक स्वाति मोहन ने घोषणा की कि सतह पर पहुंचने की पुष्टि हुई। पर्सेवरेंस रोवर मंगल की सतह पर सुरक्षित तरीके से पहुंच चुका है। पिछले एक सप्ताह में मंगल के लिए यह तीसरी यात्रा है। इससे पहले सऊदी अरब अमीरात और चीन के एक-एक यान भी मंगल के पास की कक्षा में प्रवेश कर गए थे। पर्सेवरेंस रोवर को 30 जुलाई 2020 को लॉन्च किया गया था। यह रोवर मंगल ग्रह की सतह पर सूक्ष्मजीवी जीवन के संकेतों की खोज करेगा और साथ ही टूटी हुई चट्टान और धूल के नमूने एकत्र करेगा। इन नमूनों को आने वाले समय में एक और अभियान के जरिए धरती पर वापस लाया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस दूसरे अभियान के माध्यम से इन नमूनों को साल 2031 में धरती पर लाया जाएगा। मंगल ग्रह पर पर्सेवरेंस रोवर भूविज्ञान और जलवायु का पता लगाएगा। यह नासा का पांचवां रोवर है।