वल्र्ड डेस्क (एजेंसी)। मार्स मिशन के तहत नासा ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। मंगल की सतह पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर लैंड करने के बाद मंगल पर अपनी पहली सर्द रात सफलतापूर्वक काट ली है। साथ ही यह दूसरे ग्रह की धरती पर उतरने वाला पहला रोटरक्राफ्ट बन गया है।
NASA's Ingenuity #MarsHelicopter has survived its 1st cold Martian night by itself, major milestone on red planet where surface temp plunge as low as -130°F (-90°C). NASA’s Perseverance rover, which landed on Mars on Feb 18, has been carrying Ingenuity in belly.
— ANI (@ANI) April 5, 2021
(Source: NASA) pic.twitter.com/6xunqppzsL
नासा ने बताया कि इंजीन्यूटी मार्स हेलिकॉप्टर ने लाल ग्रह मंगल पर अपनी पहली सर्द रात काट ली है, जो नासा के लिए बड़ी सफलता है। मंगल ग्रह की रात बेहद सर्द भरी होती है। यहां के सतह का तापमान -130°F (-90°C) तक गिर सकता है। इस हेलिकॉप्टर को मार्स पर्सिवियरेंस रोवर के पेट के नीचे कवर करके लाल ग्रह पर भेजा गया था। यह कंगारुओं के बच्चों की तरह रोवर के पेट में छिपा था।
लाल ग्रह की सर्द रातें हैं चुनौती
यह आगे चलकर सौर ऊर्जा से भी चार्ज होगा जो मंगल पर धरती की तुलना में कम है, लेकिन इसमें हाई-टेक सोलर पैनल लगे हैं जो यह काम आसान कर देंगे। हालांकि, बाद में इसका तापमान कम रखा जाएगा ताकि बैटरी ज्यादा खर्च न हो।
हेलिकॉप्टर की हर कदम पर वैज्ञानिकों की पैनी नजर
टीम न सिर्फ ये देखेगी कि हेलिकॉप्टर कैसा चल रहा है, बल्कि इसके सोलर पैनल, बैटरी की हालत और चार्ज भी चेक करेगी। अगले कुछ दिन तक इन पैमानों को टेस्ट किया जाएगा। इस स्टेप के पूरा होने के बाद इसके रोटर ब्लेड्स को अनलॉक किया जाएगा और फिर इसके मोटर और सेंसर टेस्ट किए जाएंगे। मंगल के 30 दिन (धरती के 31 दिन) बाद इसकी एक्सपेरिमेंटल फ्लाइट की कोशिश होगी।