भिलाई। कोरोना संक्रमण के दौरान देशभर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद घरेलू हिंसा में बढ़ोत्तरी हुई। अक्सर समाचार पत्रों व सोशल मीडिया में घरेलू हिंसा की खबरे आ रही थी। ऐसे में महिला थाना भिलाई नगर द्वारा कई मामलों को काउंसलिंग के जरिए ही सुलझा दिया। बीते 70 दिनों में महिला थाना में घरेलू हिंसा के मामले में केवल एक अपराध दर्ज हुआ। सही मायनों में महिला थाना के लिए यह एक उपलब्धि है।
लॉकडाउन के दरमियान महिला थाना की व्यवस्थाओं को प्रभारी वी प्रभा राव ने बताया कि हमने सोशल डिस्टेंसिंक का पालन करते हुए कई मामलों में समझौता कराया। प्रभाराव बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान बेशक घरेलू हिंसा में बढ़ोत्तरी हुई। इसका एक कारण लोगों के पास काम न होना और खर्च के लिए पैसे न होना। इसका सीधा असर घर की महिलाओं पर पड़ा। छोटी छोटी बातों पर ही झगड़े होने लगे। पिछले 70 दिनों में ऐसी कई शिकायतें आई जिसमें महिलाओं पर हिंसा हुई।
काउंसलिंग से सुलझाए सभी मामले
महिला थाना प्रभारी वी प्रभा राव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर मामले छोटे बड़े झगडें ही होते थे। इन मामलों में अक्सर पति द्वारा पत्नी की पिटाई, गाली गलौच आदि के मामले आते थे। हमारे पास जो भी मामला आया उसमें काउंसलिंग कराकर आपसी समझौता कराने का प्रयास किया गया। हमारा प्रयास सफल भी हुआ। हमने 100 फीसदी मामले काउंसलिंग के जरिए सुलझा लिए। एक मामले में अपराध किया गया लेकिन वह मामला लॉकडाउन के पहले का था जिस पर केस दर्ज करने का निर्णय पहले ही हो गया था। बहरहाल महिला थाने का यही प्रयास है किसी का घर न टूटे।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए की गई बेहतर व्यवस्था
महिला थाने में कोरोना संक्रमण को देखते हुए बेहतर व्यवस्था भी की गई है। आने वाली शिकायतों में काउंसलिंग के लिए एक अलग से कमरा बनाया गया है। जिसमें बीच से पारदर्शी परदा लगाया गया जिसके एक ओर शिकायत कर्ता और दूसरी ओर महिला थाने की टीम बैठती है। इसप्रकार सोशल डिस्टेसिंग व सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। महिला थाना प्रभारी प्रभा राव ने कोरोना काल में आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि यह वायरस काफी खतरनाक है और इससे सावधनी व सुरक्षा नियमों को अपनाकर ही बचा जा सकता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों को पूर्णत: पालन करें और कोरोना की लड़ाई में सरकार का साथ दें।