नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना टीकाकरण शुरू होते ही पहले दिन शनिवार को देश में करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगा है। टीका लगने के बाद कोविन वेबसाइट के जरिए इन सभी कर्मचारियों के पंजीकृत फोन पर एक मैसेज प्राप्त होगा जिसमें अगली डोज लगवाने का समय और स्थान दोनों बताए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वेबसाइट के जरिए ही सभी लोगों को मैसेज प्राप्त होगा। दो डोज लगाने के बाद ही स्वास्थ्य कर्मचारियों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा। पहली डोज 16 जनवरी को लगने के चलते अब दूसरी डोज लगाने का काम 14 फरवरी से शुरू होगा। इस इस बीच करीब 50 से 60 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगा दिया जाएगा।
मंत्रालय ने यह भी बताया है कि अभी कुछ राज्यों से फ्रंटलाइन वर्कर की सूची प्राप्त नहीं हुई है। तमिलनाडु ने हाल ही में यह सूची भेजी है। इसे कोविन वेबसाइट पर लिंक करने में कुछ वक्त लग सकता है। 25 जनवरी से कोविन वेबसाइट पर सभी फ्रंटलाइन वर्कर की सूची भी होगी। तब तक स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका रोजाना दिया जाएगा।
एक करोड़ से ज्यादा संक्रमित, डेढ़ लाख मौतें हो चुकी
भारत में एक करोड़ पांच लाख से ज्यादा लोगों के संक्रमित होने और 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत के बाद देश ने ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ टीके के साथ महामारी को मात देने के लिए पहला कदम उठाया गया है और देशभर के स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है।
पीएम ने दिया ‘दवाई भी और कड़ाई भी’ का मंत्र
अभियान की शुरुआत से पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री कहा कि टीके की दो खुराक लेनी बहुत जरूरी हैं और इन दोनों के बीच लगभग एक महीने का अंतर होना चाहिए। उन्होंने टीका लेने के बाद भी लोगों से कोरोना संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया और ”दवाई भी, कड़ाई भी’ का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के ‘मेड इन इंडिया’ टीकों की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त होने के बाद ही इसके उपयोग की अनुमति दी गई है। पीएम मोदी ने कहा कि यह टीका देश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक जीत सुनिश्चित करेगा।