जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने दिये स्पष्ट निर्देश
दुर्ग। सिग्नल पर भीख मांगते बच्चों के मामले में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने सख्त लहजा अपनाया है। कलेक्टोरेट में हुई जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे चाइल्ड लाइन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा सिग्नल पर भीख मांगता नजर आया तो इसे चाइल्ड लाइन की चूक माना जाएगा। चाइल्ड लाइन और टास्क फोर्स इस संबंध में कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों के पेरेंट्स पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि चाइल्ड लाइन की अहम जिम्मेदारी ऐसे सभी बच्चों को लेकर है और इसे पूरी दक्षता से निभाया जाना चाहिए। कलेक्टर ने ऐसे बच्चों के बारे में निर्देश दिए जिन्होंने अपने अभिभावकों को खो दिया है। उन्हें संरक्षण में लेने और आगे की जिम्मेदारी का निर्वहण करने का निर्देश दिया। ऐसे ही एक नाबालिग बच्ची जो पहले अपने माता-पिता को खो चुकी है उसके आठवीं के बाद पढ़ाई की जिम्मेदारी लेने के निर्देश दिये। साथ ही एक मूकबधिर बच्चे के रहने और अन्य चीजों की व्यवस्था के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी सबसे अहम है। बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे, इस मामले में त्वरित निर्णय लेना है। समिति की बैठक तय समय पर हो। जहां पर भी इनसे जुड़ी संस्थाओं में पदों की रिक्तियां होती हैं वहां त्वरित कार्रवाई कर पदों को भरा जाए। जो बच्चे बालगृह में आते हैं उनके सामान्य स्वास्थ्य जांच के अलावा सिकलिन आदि के स्वास्थ्य जांच के संबंध में भी उन्होंने निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पिछली बैठक के एजेंडा पर हुई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि पिछली बैठक में बच्चों के एजुकेशन पर और सुरक्षा के लिए कैमरे आदि लगाने के विषय में निर्णय हुए थे पर कार्रवाई हुई है। आज बैठक में शासकीय विशेष गृह एवं प्लेस आफ सेफ्टी के निर्माण जल्द आरंभ करने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देशित किया गया। लंबित प्रकरणों के शीघ्रताशीघ्र निराकरण के बारे में भी कहा गया। देखरेख संस्थाओं में रिक्त पदों के संबंध में भी जानकारी दी गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन ने बताया कि यह प्रक्रिया शीघ्र ही पूरी कर ली जाएगी। संकटग्रस्त बालकों के पहचान के लिए पंचायतों में सर्वे किया जा रहा है। कलेक्टर ने अधिकारियों को नियमित मानिटरिंग कर यहां बेहतर व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिए। साथ ही बाल गृह में खेल और पढ़ाई आदि विषयों पर अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में एडीशनल एसपी श्रीमती प्रज्ञा मेश्राम, सीएमएचओ डाक्टर गंभीर सिंह ठाकुर, जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।