वाशिंगटन/नई दिल्ली (एजेंसी)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर घुसपैठ की घटना ने जिनपिंग के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन द्वारा भारतीय सैनिकों को एलएसी पर पीछे धकेलने में विफल रहने से पता चलता है कि जिनपिंग की भयभीत करने की क्षमता में कमी आई है।
न्यूजवीक पत्रिका में एक वकील और टिप्पणीकार गॉर्डन जी चांग द्वारा लिखित एक लेख में कहा गया, एलएसी के क्षेत्रों में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की असफल घुसपैठों के चलते चीनी राष्ट्रपति का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
भारत पर हमले के वास्तुकार थे जिनपिंग
चांग ने लिखा, जिनपिंग भारत के खिलाफ इन आक्रामक कदमों के वास्तुकार थे, लेकिन चीनी सैनिक जिनपिंग के मंसूबों को कामयाब करने में अप्रत्याशित रूप से फ्लॉप हो गए। एलएसी पर चीनी सेना की विफलताओं के दूरगामी परिणाम होंगे और जिनपिंग अब सशस्त्र बलों में विरोधियों की जगह अपने वफादारों को पद पर काबिज करेंगे।
यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि इस विफलता के चलते चीन के शासक शी जिनपिंग भारत के खिलाफ एक और आक्रामक कदम उठाने के लिए उत्तेजित होंगे। गौरतलब है कि जिनपिंग पार्टी के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के अध्यक्ष भी हैं और पीएलए के नेता भी हैं।