अलीगढ़ (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के आतंक निरोधी दस्ता (यूपी एटीएस) ने बुधवार को रोहिंग्या मुसलमान और टेरर फंडिंग के मामले में यूपी के पांच जिलों में छापेमारी की। आज सुबह से संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद व अलीगढ़ समेत पांच जिलों में संदिग्धों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जानकारी मिली है कि छह संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा यूपी एटीएस की एक टीम मुंबई गई है, यह टीम दूसरे ऑपरेशन को अंजाम दे रही है।
एटीएएस ने तकनीकी सहायक को उठाया
संतकबीरनगर में लखनऊ एटीएस की टीम ने खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात एक तकनीकी सहायक को हिरासत में लिया। इसके अलावा तीन अन्य लोगों के भी हिरासत में लिए जाने की चर्चा है।
तकनीकी सहायक को उसके शहर स्थित गोस्त मंडी के पास मोतीनगर नगर मोहल्ले से उठाया है। कुछ लोग फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले तो कुछ टेरर फंडिंग के मामले में उठाए जाने की चर्चा कर रहे है। तकनीकी सहायक के परिजन भी एटीएस टीम का ही नाम ले रहे हैं।
यह भी बता रहे हैं कि स्कार्पियों से पांच लोग आए थे और अब्दुल मन्नान को उठा ले गए। परिजनों ने एसपी कार्यालय पहुंच कर अब्दुल मन्नान के उठाए जाने की जानकारी जुटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस कुछ स्पष्ट बता पाने की स्थिति में नहीं है।
इससे पहले 29 दिसंबर को गोरखपुर में एटीएस (आतंक निरोधी दस्ता) की टीम ने हवाला कारोबार और देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने के संदेह में पहले पकड़े जा चुके मोबाइल फोन कारोबारी नईम की फर्म नईम एंड संस पर मंगलवार को दोबारा छापा मारा। टीम ने करीब आठ घंटे की जांच पड़ताल के बाद दो प्रतिष्ठानों से कंप्यूटर हार्ड डिस्क और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिए।
टीम ने कारोबारी भाइयों से पूछताछ भी की। टीम कोतवाली इलाके में नईम के दूसरे दुकान पर भी गई थी। देर शाम टीम लखनऊ रवाना हो गई। 24 मार्च 2018 को नईम को आतंकी संगठन से सांठगांठ के आरोप में एटीएस ने गिरफ्तार किया था।