- दोनों ही दलों ने तेज की प्रत्याशी चयन की कवायद
- कांग्रेस-भाजपा ने कद्दावर नेताओं को सौंपी चेहरा चुनने की जिम्मेदारी
भिलाई। रविवार को दिनभर चली कवायद के बाद कांग्रेस और भाजपा ने दावेदारों के नाम लिए। इन नामों का पैनल तैयार कर लिया गया है और आज से नामों की छँटनी भी शुरू हो गई है। संभावना है कि मंगलवार या बुधवार को प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे। इधर, दोनों ही दलों ने अपने-अपने कद्दावर नेताओं को प्रत्याशी चुनने की जिम्मेदारी सौंपी है। इससे पहले कल तीनों नगर निगम क्षेत्रों में टिकट दावेदारों का हुजूम उमड़ा। इस दौरान पार्षद बनने का उत्साह कांग्रेसियों में ज्यादा दिखाई दिया। भिलाई और रिसाली क्षेत्र के नेताओं को पूरा भरोसा है कि कांग्रेस सत्ता हासिल कर लेगी। वहीं पहली बार भिलाई-चरोदा के पहली बार जीत की आस बंधी है।
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। दिसंबर में प्रदेश के चार नगर निगमों समेत 15 निकायों में चुनाव होने हैं। 3 दिसंबर तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जानी है। वक्त की कमी है, ऐसे में राजनीतिक दलों के लिए प्रत्याशियों का चयन करना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है। दोनों दलों ने चुनाव प्रभारियों के बाद अब प्रत्याशी चयन के लिए समितियां भी बना ली है। इन समितियों में उन नेताओं को शामिल किया गया है, जिनकी उपेक्षा के आरोप लग रहे थे। भले ही कांग्रेस के नेताओं में जीत का उत्साह ज्यादा है, किन्तु भाजपा भी कोई कोर-कसर छोडऩे के मूड़ में नहीं है। उसके नेता जिस बारीकी से काम कर रहे हैं, वह कांग्रेस के लिए चिंता बढ़ाने वाला है। क्षेत्रानुसार प्रमुख नेताओं को कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने, उनमें जोश भरने से लेकर मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने के लिए सक्रिय किया गया है।
रिसाली निगम की बात करें तो यहां चुनाव की पूरी कमान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के हाथों में है। यहां 40 वार्डों के लिए 250 से ज्यादा आवेदन आए हैं। पार्टी के लिए प्रत्येक वार्ड से 1-1 प्रत्याशी चुनना बड़ी सिरदर्दी साबित हो रहा है। दावेदारों की संख्या से बागी प्रत्याशियों के मैदान में उतरने की संभावना भी बढ़ती दिख रही है। यही वजह है कि कांग्रेस के नेता फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं। संभावित बागियों को मनाने के लिए जो कदम उठाए जा सकते हैं, उसकी भी तैयारियां की गई है। यहां भाजपा की चुनावी कमान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के हाथों में है। किन्तु जमीनी स्तर पर पूर्वमंत्री रमशीला साहू, पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष माया बेलचंदन, वरिष्ठ नेता जागेश्वर साहू समेत अन्य लोग मैदान में कूद चुके हैं। 30 नवम्बर को कांग्रेस की रायपुर में एक अहम् बैठक होने जा रही है। इस बैठक में नामों के पैनल पर विचार होगा। इसके बाद प्रत्याशियों की घोषणा किए जाने की संभावना है।
कई वार्डों से आए महज 1 नाम
भिलाई नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डों में जहां प्रत्याशियों की संख्या दर्जनभर से ज्यादा रही, वहीं कई वार्डों में महज 1-1 नाम ही सामने आया। सेक्टर-10 से सुभद्रा सिंह, सेक्टर-5 से नीरज पाल, सेक्टर-7 से लक्ष्मीपति राजू और सेक्टर-9 वार्ड से सीजू एंथोनी का नाम इकलौता था। ये सभी कांग्रेस की ओर से महापौर पद के प्रबल दावेदार हैं। वहीं रिसाली निगम क्षेत्र में महापौर पद की प्रमुख दावेदार सरिता साहू का नाम भी पैनल में शामिल किया गया। सरिता, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की बहू हैं। वहीं भिलाई-चरोदा के 6 आरक्षित वार्डों पर दोनों ही राजनीतिक दलों की नजरें लगी हुई है। इन्हीं वार्डों से जीतने वाला पार्षद महापौर निर्वाचित होना है। इनमें दादर पथर्रा वार्ड 5, शिवमंदिर वार्ड 31, सागरपारा वार्ड-33, जी केबिन वार्ड 34, पीपी यार्ड वार्ड 35, गनियारी वार्ड 40 शामिल है। गौरतलब है कि कांग्रेस यहां सत्ता-शीर्ष के लिए तरसती रही है। इस बार कांग्रेस ने यहां बेहतर व्यूह की रचना की है। इसके तहत अहिवारा विधायक रूद्र गुरू और मंत्री मो. अकबर को सत्ता तो गिरीश देवांगन, अटल श्रीवास्तव समेत अन्य नेताओं को संगठन में कसावट की जवाबदेही सौंपी है। भाजपा ने पिछली बार की तरह इस बार भी यहां बृजमोहन अग्रवाल को चुनाव प्रभारी बनाया है। कांग्रेस को मालूम है कि बृजमोहन चुनाव प्रबंधन के माहिर खिलाड़ी है। इसीलिए इस बार भिलाई-चरोदा में वह कोई ढील देने के मूड़ में नहीं है।
कांग्रेस ने बनाई चुनाव समिति
निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस ने चुनाव समिति के साथ ही चुनाव प्रचार समिति भी घोषित कर दी है। चुनाव समिति में पुनिया, मरकाम, भूपेश बघेल,चंदन यादव, सप्तगिरि उल्का, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, रविन्द्र चौबे, डहरिया, मो अकबर, टेकाम, कवासी लखमा, रुद्र कुमार, अनिला भेडिय़ा, रामगोपाल, रविघोष,चंद्रशेखर शुक्ला, गिरीश देवांगन, फूलोदेवी नेताम, सुशील शुक्ला, अरुण ताम्रकार, पूर्णचन्द्र पाढ़ी, नीरज पांडे आदि सदस्य होंगे। इसी तरह चुनाव प्रचार समिति की कमान नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया संभालेंगे। जबकि ताम्रध्वज साहू, टीएस सिंहदेव, रविन्द्र चौबे, मो अकबर, प्रेमसाय सिंह, कवासी लखमा, अमरजीत भगत, गुरु रुद्र कुमार, अनिला भेडिय़ा, उमेश पटेल, दीपक बैज, ज्योत्स्ना महंत, रामगोपाल अग्रवाल, रवि घोष, चन्द्रशेखर शुक्ला, गिरीश देवांगन, फूलोदेवी नेताम, अरुण ताम्रकार, पूर्ण चन्द्र पाढ़ी, नीरज पांडे, सत्यनारायण शर्मा, देवेंद्र यादव, उत्तरी जांगड़े, सुशील आनंद शुक्ला, दिलीप लहरिया, दिलीप षाड़ंगी और गोरे लाल बर्मन को सदस्य बनाया गया है।
दुर्ग संभाग की कमान पाण्डेय को
प्रत्याशी चयन के लिए भाजपा ने रायपुर व दुर्ग संभाग के लिए चयन समिति बनाई है। सांसद संतोष पांडेय को दुर्ग और मोतीलाल साहू को रायपुर संभाग का संयोजक बनाया गया है। समिति में रायपुर में मोतीलाल के साथ पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, संजय श्रीवास्तव, देवजी पटेल, राजीव अग्रवाल व नंदे साहू को सदस्य बनाया गया है। इसी तरह दुर्ग में पांडेय के साथ राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, उषा टावरी, विधायक विद्यारतन भसीन, पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे, जागेश्वर साहू और राकेश पांडेय को सदस्य बनाया गया है। जिले स्तर पर तीन नामों का पैनल आएगा। इस आधार पर एक प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। बता दें कि प्रत्याशी चयन के लिए भाजपा लगातार बैठकें कर रही है। सभी नगरीय निकायों के प्रभारी व संगठन प्रभारियों को दो दिन धुआंधार बैठकें कर प्रत्याशियों के नाम देने के लिए कहा गया है, जिससे 30 नवंबर तक प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जा सके।