भिलाई। भिलाई थाना क्षेत्र में करीब 40 दिन पहले हुई हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। अज्ञात शव के मिलने व पीएम रिपोर्ट के दर्ज हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है। हत्या की वजह महज एक मजाक है जो मृतक द्वारा अपने दोस्तों के साथ कया गया। फिलहाल मामले में पुलिस ने आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक 29 सितंबर को ग्राम सोमनी के तेलहानाला में एक अज्ञात मृतक पुरुष का शव नग्न अवस्था में मिला। मृतक के दोनो पैर को शर्ट को फाड़ कर बंधा हुआ मिलने पर मर्ग कायम कर शव का शासकीय अस्पताल सुपेला से पीएम कराया गया था। पीएम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पीएम रिपोर्ट के आधार पर 8 अक्टूबर 2021 को धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
एसपी के निर्देशन में शुरू हुई विवेचना
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग बद्री नारायण मीणा के मार्ग दर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय कुमार ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक पुरानी भिलाई विश्वास चन्द्राकर के दिशा निर्देशन में अज्ञात मृतक के वारिसानों की पतासाजी मृतक के शव के हुलिया का पाम्प्लेट छपवाकर रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड एवं अन्य भीड़भाड़ वाले जगहों पर चस्पा किया गया था। थाना पेट्रोलिंग टीम द्वारा लगातार स्थानीय स्तर पर मुखबीर लगाकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी।
मुखबिर से मिला आरोपियों का क्लू
इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि जिस दिन शव मिला था उसके 3-4 दिन पहले विश्वबैंक कालोनी भिलाई 3 के खण्डहर में अज्ञात व्यक्ति के साथ पुरैना का रहने वाला उमेश नाग उर्फ मोटू अपने अन्य साथी विश्वबैंक कालोनी का रोहित तांडी, सौरभ यादव एवं कीर्तन सिन्हा के साथ मारपीट कर रहे थे। सूचना पर उपरोक्त चारों संदेहियों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। पहले तो चारों घटना की जानकारी होने से इंकार करते रहे लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर सभी टूट गए और पूरी वारदात की कहानी सुना दी।
साथ में बैठकर पी थी शराब, चोरी की झूठी बात ने ली जान
पुलिस ने बताया कि शांतिपारा भिलाई-3 का रहने वाला दीपू उर्फ सत्यम चौहान उमेश नाग का पूर्व का परिचित था एवं नशा करने का आदि था। 25 सितंबर को रात्रि 02.30 बजे उमेश और दोनो विश्वबैंक कालोनी के खण्डहर में गये और उमेश नाग ने अपने अन्य तीन साथी रोहित तांडी, कीर्तन सिन्हा और सौरभ यादव को शराब पीने के लिये बुलाया। पांचो बैठकर शराब पी रहे थे उसी दौरान मृतक दीपू उर्फ सत्यम चौहान ने नशे में बोल दिया कि उसने कहीं बड़ी चोरी की है और करोड़ों का माल हाथ लगा है। इसके बाद चारों सत्यम से चोरी का माल के संबंध में पूछने लगे। बार-बार पूछने पर भी सत्यम कुछ नहीं बोला तो आवेश में चारों ने मदार पेड़ की डाली को तोड़कर सत्यम की बेदम पिटाई कर दी। इस पिटाई से उसकी मौत हो गई।
दूसरे की कार लेकर लगाया शव को ठिकाने
इसके बाद आरोपियों में एक सौरभ यादव अपने पड़ोस के रहने वाले रूद्रा सिंह राजपूत की कार को मां की बीमारी का बहाना कर ले आया। फिल चारों आरोपियों ने शव को मारूती वेगन आर क्रमांक सीजी 04 एच 5279 में डालकर सोमनी तेलहा नाला के पास फेंक दिया। आरोपियों से मदार का डंडा, मृतक का पर्स जिसमें उसका आधार कार्ड एवं 200 रुपए, एक झोले में मृतक के पास रखा हुआ लोटा, गिलास, थाली तथा घटना में प्रयुक्त एक मारूती वेगन आर क्रमांक सीजी 04 एच 5279 को जब्त किया गया। पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल, उप निरीक्षक प्रकाश शुक्ला, सउनि राजेश पाण्डेय, आर राकेश सिंह, संदीप सिंह, कृष्णा सिंह, विजय सिंह, हरीश राव, राजेश चन्दौल की सराहनीय भूमिका रही है।