विदिशा (एजेंसी)। मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंजबासौदा में गुरूवार रात को कुएं में फिसलकर गिरी एक बच्ची को बचाने के लिए इसकी मेड़ पर खड़े कई लोग अचानक मिट्टी धंसने से कुएं में गिर गये और मलबे में दब गये। यहां अब तक चार की मौत हो गई। इनमें से 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बचाव कार्य मध्यरात्रि के बाद भी जारी है। घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गये हैं। हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि कुल कितने लोग इस मलबे में दबे हैं। यह कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें करीब 20 फुट तक पानी बताया गया है।
खड़े होकर देख रहे 25-30 लोग कुएं में गिरे
वहीं, इस हादसे में कुएं में गिरने के बाद बचाये गये दो लोगों ने मीडिया से कहा कि कुएं में गिरी एक बच्ची को बचाते समय यह हादसा हुआ। उसे बचाने के लिए कुछ लोग इस कुएं में उतर गये, जबकि करीब 40-50 लोग उनकी सहायता करने एवं देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गये। उन्होंने कहा कि इसी बीच, कुएं की छत ढह गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गये। उन्होंने कहा कि उन दोनों सहित करीब 12 लोगों को वहां मौजूद ग्रामीणों ने कुएं से रस्सियों की मदद से बाहर निकाला और बचा लिए। दोनों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी। इसलिए वह टूट गई और यह हादसा हुआ।
Madhya Pradesh: Latest visuals from Ganjbasoda area in Vidisha where at least 15 people fell into a well last night. NDRF, police, and administration are undertaking the rescue operation.
— ANI (@ANI) July 15, 2021
State Minister Vishwas Sarang was also present at the spot. pic.twitter.com/n72K80rEZC
कुएं में जा गिरा बचाव में जुटा ट्रैक्टर भी
वहां मौजूद लोगों के अनुसार रात करीब 11 बजे बचाव कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी इस कुएं में गिर गया, जिससे चार पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी इस कुएं में गिर गये। इनमें से तीन पुलिसकर्मियों एवं कुछ अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिये। चौहान ने घटनास्थल पर मौजूद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बात कर घटना के संबंध में जानकारी ली और बचाव अभियान को तीव्र गति से चलाने के निर्देश दिये।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर
उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य के लिये भोपाल से राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम एवं आवश्यक उपकरण पहुंचाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री घटनास्थल पर चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं। चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच और पीडि़तों को हर संभव चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसी बीच, मौके पर पहुंचे विदिशा जिले के पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा को बताया, ‘Óमैं अभी यही कह सकता हूं कि बचाव अभियान चल रहा है। उन्होंने इससे ज्यादा बात नहीं की।