दुर्ग। मानसून आने वाला है और खेती किसानी का सीजन आ गया है। जिले के किसान फिक्रमंद नहीं हैं क्योंकि खरीफ की फसल की तैयारियों के लिए उनके पास पूरी तैयारी है। समितियों में खाद-बीज उपलब्ध हैं और राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त उनके खाते में आ गई है। खरीफ की फसल के ठीक पहले यह किश्त आने से किसानों को खेती में काफी सहयोग मिलेगा। योजना के अंतर्गत जिले में 91 हजार 754 पंजीकृत किसानों के खाते में 66 करोड़ 34 लाख रुपए की राशि जमा कर दी गई। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ श्री पंकज सोढ़ी ने बताया कि योजना के क्रियान्वयन अंतर्गत पहली किश्त से संबंधित कार्रवाई कर दी गई है।
किसानों ने चर्चा में बताया कि पहली किश्त का उपयोग वे अपने खेतों में निवेश के लिए करेंगे। ग्राम दानीकोकड़ी के कृषक मनोज कुमार ने बताया कि पिछली बार सरकार द्वारा खेती किसानी के विभिन्न अवसरों पर किश्तें दी गईं। इसका लाभ किसानों ने उठाया। जो किसान आधुनिक उपकरण खरीदना चाहते थे जिससे बेहतर खेती का रास्ता खुले, उन्होंने इसका लाभ उठाया। धमधा के किसान श्री अनिरूद्ध ने बताया कि खेती में लोग इसलिए लौट रहे हैं कि शासन की योजनाओं से अब इसमें आर्थिक संभावनाएं दिख रही हैं। फसल वैविध्य को प्रोत्साहन दिये जाने की सरकार की योजना का अच्छा असर खेती की सूरत में दिखेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष से इस बार ग्यारह हजार अधिक किसानों ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ उठाया है। इससे स्पष्ट है कि शासन की नीतियों की वजह से ऐसे किसान भी खेती की ओर लौट रहे हैं जिन्होंने खेती छोड़ दी थी और अब शासन द्वारा दिये जा रहे प्रोत्साहन से इस ओर पुन: वापस लौट आए हैं।
दुर्ग जिले के किसान इस वर्ष खरीफ में दलहन- तिलहन फसलों की ओर भी अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। साथ ही साथ मक्का, कोदो कुटकी, सोयाबीन, गन्ना इत्यादि भी अपनी प्राथमिकता में शामिल कर रहे हैं। किसानों द्वारा फसल वैविध्य अपनाने से मिट्टी की उर्वरता भी बढ़ेगी जिससे किसानों को आने वाले समय में और भी लाभ होगा।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे खरीफ को लेकर खाद-बीज की उपलब्धता पर लगातार नजर रखे हुए हैं और उन्होंने किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया है कि वे ज्यादा से ज्यादा ग्राम के किसानों से संपर्क करें और किसान मित्र के रुप में उनका सहयोग करें।