भिलाई। दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा 15 अप्रैल से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाये जाने के बाद आज छग चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के प्रतिनिधिमण्डल ने दुर्ग जिलाधीश से भेंट की और ज्ञापन सौंपकर अपनी बात रखी। चेम्बर के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश के लिए लॉकडाउन और रात्रि कफ्र्यू के स्थान पर अन्य विकल्पों पर विचार करने का आग्रह करते हुये कहा कि लॉकडाउन से अभी तक देश में कोविड के बढ़ते मामलों पर अंकुश नहीं लगा है, ऐसी स्थिति में यह अधिक उपयुक्त होगा यदि पूरे देश में विकल्प के तौर पर जिला स्तर पर बेहद मज़बूती के साथ कोविड उपायों को अपनाया जाए और विभिन्न क्षेत्रों के काम के समय में परिवर्तन किया जाए।
पत्र में चेंबर के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन एवं प्रदेश उपाध्यक्ष महेश बंसल, प्रकाश सांखला, मंत्री मनोज बकत्यानी, अशोक राठी, दर्शन लाल ठकवानी, पवन बडज़ात्या, ज्ञान चंद जैन, मोहम्मद अली हिरानी, प्रहलाद रूंगटा, अंकित जैन संयुक्त रूप से कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोविड के आँकड़ों का बारीकी से विश्लेषण करने से यह स्पष्ट हो गया है कि दुर्ग- भिलाई सहित विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन कोविड मामलों को नीचे लाने के वांछित परिणाम को पाने में असफल रहे है। उन्होंने कहा की 5 अप्रैल को भारत में 96,563 कोविड मामले दर्ज किए गए। इनमें सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में आए। उसके बाद महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में विभिन्न प्रतिबंध लगाए गए हैं। अजय भसीन ने कहा कि लॉकडाउन के बजाय अन्य वैकल्पिक उपलब्ध उपायों को अपनाया जाए, तो शायद कोविड के मामलों पर रोक लग सके। चेंबर ने सुझाव दिया है कि केवल लॉकडाउन निश्चित रूप से समाधान नहीं है। पत्र में कहा गया है कि दुर्ग – भिलाई सहित छतीसगढ़ का व्यापार और वाणिज्य 2020 के पिछले लॉकडाउन के नुकसान से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है। एक तरफ कोविड मामलों में वृद्धि को रोकने के लिए प्रभावी कदमों की आवश्यकता है जबकि दूसरी ओर आर्थिक और वाणिज्यिक गतिविधियों को भी सख्त तरीके से कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते चलने देना चाहिए।
व्यापारियों ने आवश्यक सेवाओं को आरंभ करने की बात करते हुए कहा कि लगातार 10 दिनों से बाजार बंद होने से अनेक परिवार के समक्ष दैनिक जरूरतों के सामान जैसे दूध, फल-सब्जी, दवाइयां नहीं मिलने से अनेक परिवारों के समक्ष और जिन परिवारों में छोटे-छोटे बच्चे हैं उन के समक्ष बड़ी विकट समस्या बन गई है। साथ ही चैत्र नवरात्र के पर्व को ध्यान में रखते हुए फलाहार की सामग्री भी नहीं मिलने से अनेक परेशानियों का सामना जन सामान्य को करना होगा। इसी तरह गैस और पेट्रोल पंप एजेंसी के संचालकों को बैंकिंग सेवा का लाभ नहीं मिलने के कारण आने वाले समय में गैस और पेट्रोल की समस्या की विकराल स्थिति उत्पन्न कर सकती है। यही नहीं बैंकिंग सेवा रायपुर में बंद नहीं है लेकिन दुर्ग जिले में बंद कर दी गई है जो दुर्भाग्य जनक है। जिलाधीश दुर्ग को इस दिशा में विचार करना चाहिए और जनसामान्य के भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी सामग्रियों की सेवाओं को अविलंब लागू किया जाना चाहिए।
चेम्बर प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि चोरी-छिपे बिकने वाले सामानों पर रोक लगाया जाना प्रशासन से संभव नहीं है ब्लैक मार्केटिंग बहुत तेजी से बढ़ी है सस्ते दरों पर मिलने वाला हर सामान दुगने दरों पर बाजार में अभी भी उपलब्ध है इन सब से बचने के लिए और जनता को राहत देने के लिए लॉकडाउन में किराना फल सब्जी और दूध दवाई प्रतिबंध हटाया जाना चाहिए। चेंबर ने सुझाव के रूप में बताया कि भिलाई स्टील प्लांट के भिलाई निवास के सभी 700 कमरे जो सभी सुविधाओं से लैस है यहां भिलाई इस्पात संयंत्र से सेवाएं लेकर ऑक्सीजन ट्यूब लगा कर तैयार किए जाने चाहिए। यदि इस दिशा में छत्तीसगढ़ शासन का सहयोग मिल जाए भिलाई इस्पात संयंत्र पर दबाव बनाकर इसे एक कोविड-19 के रूप में तैयार किया जा सकता है जहां ऑक्सीजन की सुविधा के माध्यम से इलाज सुविधाजनक ढंग से किया जा सकता है। ज्ञानचंद जैन ने कोवैक्सीन के इंजेक्शन लगाया जाने के दौरान दवाई वितरण की बात रखी।
उपरोक्त संदर्भ में चर्चा के दौरान अजय भसीन, महामंत्री छत्तीसगढ़ चेंबर, प्रकाश सांखला प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्ग, अशोक राठी मंत्री प्रदेश सहित स्टील सिटी चेंबर भिलाई के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, कपड़ा व्यापारी संघ के पवन बडज़ात्या, कैट के संजय चौबे, मोहम्मद हिरानी, प्रहलाद रुंगटा अध्यक्ष दुर्ग, मेहंदी भाई ठाकवानी, राकेश मल्होत्रा, अंकित जैन सहित अनेक व्यापारी प्रतिनिधि आलू प्याज व्यापारी संघ के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे। महामंत्री प्रदेश अजय भसीन में ने जिला कलेक्टर दुर्ग से कोविड-19 में दी जा रही सेवाओं के साथ व्यापारी प्रतिनिधियों को भी जोडऩे का आग्रह किया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया और चेंबर द्वारा प्रदत सहयोग के प्रति जिलाधीश दुर्ग ने आभार भी जताया और लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों के द्वारा दिए गए सहयोग के प्रति खुशी जाहिर की। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के दौरान उपस्थित थे। व्यापारियों ने ष्श1द्बस्र-19 के सिस्टम के परिपालन के संदर्भ में व्यापारियों से पुन निवेदन किया और कहा कि शासन के नियमों के पालन करते हुए अपने व्यापार को संचालित करेंगे उपरोक्त सभी सुझाव व्यापारी प्रतिनिधियों ने सामूहिक निर्णय लेकर कलेक्टर दुर्ग को दिया है।