भिलाई। छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी ने वित्त मंत्री श्रीमति निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है केवल तुष्टीकरण की नीति अपनाकर आत्मनिर्भर भारत पैकेज के नाम पर जो आंकड़े पेश किये गये है इसका कही पर भी खुलासा नहीं किया गया है। बजट से स्पष्ट नहीं होता है देश के कितने शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा मेडिकल कॉलेजों एवं चिकित्सा सुविधाओं के लिए कितने डॉक्टरों का प्रावधान होगा और व्यवस्था कहां से होगी। किसानों के सिंचाई की सुविधा के लिए कितने डेम कहां-कहां बनाये जायेंगे। इसी तरह आज 68 दिन किसानों को आंदोलन करते हो गया जिसमें लगभग 75 किसान शहीद हो गये लेकिन किसानों के मांगों का उल्लेख तक नहीं किया गया।
5 राज्यों का चुनाव को मद्देनजर रखते हुए नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट 1.03 लाख करोड रुपए खर्च करने का प्रावधान देश में बढ़ती शिक्षित बेरोजगार महिलाओं कि आबादी को देखकर रोजगार एवं व्यवसाय का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है। स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक किसानो को अपने उत्पादन का डबल मुल्य मिलने कि बात। कोरोना लॉकडाउन से देश के कई हजार छोटे बड़े उद्योग बंद हो गये। कई लाख श्रमिक बेरोजगार हो गये। आज भी लाखों श्रमिक सड़कों पर घूम रहे है इनकी जीवकाउपार्जन की व्यवस्था कैसे होगी यह बजट में व्यवस्था नहीं रखा गया है तो इससे आत्मनिर्भर भारत कैसे बनेगा।