भिलाई। नगर निगम भिलाई से अलग होकर 40 वार्डों के साथ रिसाली नगर निगम विकास की गति को आगे बढ़ाने तत्पर है। स्वयं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की देखरेख में रिसाली निगम के विकास का रोडमैप तैयार है। कुछ माह बाद भिलाई निगम के साथ ही यहां भी चुनाव होने है। आपकी बात हमारे साथ में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री व रिसाली क्षेत्र के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि जितेन्द्र साहू ने विशेष चर्चा की। इस दौरान उन्होंने नगर निगम रिसाली के चुनाव, कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों व हाल ही में हुए मरवाही चुनाव में ऐतिहासिक जीत पर चर्चा की।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव जितेन्द्र साहू का कहना है कि नगर निगम रिसाली के गठन से यहां के लोगों को एक तोहफा मिला है। नगर निगम भिलाई का बजट तीन हिस्सों में बट जाता था वहीं रिसाली निगम बनने से इसका बजट अलग होगा और इसकी आय अलग होगी। जितेन्द्र साहू ने कहा कि माननीय मंत्री की देखरेख में रिसाली के विकास का रोडमैप तैयार हो गया है। 13 वार्डों को 40 वार्डों में तब्दील किया गया है जिससे सभी वार्डों में बराबर का विकास होगा। रिसाली निगम के अंतर्गत आने वाले शहरी व ग्रामीण दोनों की क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्य कराए जाएंगे।
महापौर चयन संगठन के निर्णय पर होगा
रिसाली नगर निगम के गठन के बाद से ही प्रदेश महासचिव जितेन्द्र साहू के महापौर बनने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस सवाल के जवाब में जितेन्द्र साहू का कहना है कि निगम में कौन महापौर होगा इसका चयन तो संगठन करेगा। अभी तो आरक्षण की प्रक्रिया लंबित है और चुनाव की घोषणा भी नहीं हुई। जितेन्द्र साहू ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। क्योंकि नगर निगम चुनाव एक प्रक्रिया के तहत होंगे। पार्षद चुने जाएंगे और उनमें से ही एक महापौर बनेगा। जितेन्द्र साहू ने कहा कि वे अभी इन बातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं प्रदेश संगठन जैसा निर्णय करेगा वैसा वे काम करेंगे।
मरवाही की जीत सरकार के विकास की जीत
मरवाही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ऐतिहासिक जीत को लेकर जितेन्द्र साहू ने कहा कि प्रदेश की जनता अब समझ चुकी है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार का कामकाज जनहितैशी है। गरीबों, किसानों व आदिवासियों के लिए सरकार ने कई योजनाएं बनाई जिसका लाभ मिला। जितेन्द्र साहू ने बताया कि मरवाही विधानसभा चुनाव के दौरान 7 बूथों पर मुझे प्रभारी बनाया गया और हमने सभी बूथों पर जीत हासिल की। यहां की जनता अब विकास के मायने समझ रही है। जिस प्रकार से भूपेश सरकार ने गांव, गरीब, किसान व आदिवासियों के विकास का खाका तैयार किया है उससे सभी प्रभावित हैं, और जीत का कारण बना।
किसान आंदोलन मोदी सरकार की नाकामी
दिल्ली में केन्द्र सरकार के खिलाफ पंजाब व हरियाणा के किसानों के प्रदर्शन पर जितेन्द्र साहू ने कहा कि यह पूरी तरह से मोदी सरकार की नाकामी है। कृषि कानूनों के नाम पर मोदी सरकार ने पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने कानून बनाया। ेिकसान संगठित है और उसे इन कानूनों लागू होने का नुकसान पता है इसलिए इसका विरोध हो रहा है। छत्तीसगढ़ का किसान भी इन कानूनों के खिलाफ है। पिछले दिनों प्रदेश भर में इसके खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया जिसमें किसानों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। जितेन्द्र साहू ने बताया कि जल्द ही हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।
दो वर्षों में प्रदेश सरकार की कई उपलब्धियां
जितेन्द्र साहू प्रदेश सरकार के काम काज को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में चौतरफा विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री की सोच है कि किसान खुशहाल होगा तो प्रदेश खुशहाल होगा इसी के तहत योजनाओं पर काम हो रहा है। नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी, किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना आदि इसी के अनुरूप हैं। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में विकास की गति को आगे बढ़ाया जा रहा है। लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने प्रदेश भर निर्माण कार्यों को गति देने के साथ की नई योजनाओं को मंजूरी दी है।