धारचूला | सीमांत में लगातार भारी बारिश के बाद पवित्र मानसरोवर व तवाघाट लिपूलेख सड़क बंद हो गई है। गस्कू से लामारी तक बारिश के बाद आवाजाही पिछले कई दिनों से खतरनाक हो गई है। इस सड़क पर यहां हो रहे भूस्खलन से भारत चीन सीमा से सटी चौकियों में तैनात जवानों के साथ दारमा,ब्यास वैली के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इसी साल लिपुलेख सड़क का शुभारंभ किया गया था। पहली ही बारिश में यह सड़क मुसीबत बन रही है। व्यास वैली में भूस्खलन के कारण तीनतोला से आगे 200 मीटर क्षेत्र आवाजाही के लायक नहीं बचा है। ग्सकु में 50 मीटर क्षेत्र में भी भूस्खलन सड़क बंद है। छोटी पांगला ओर ग्सकु के बीच 50 मीटर सड़क पर मलबा व भूस्खलन से आवाजाही करना आसान नहीं है। गर्बाधार में 50 मीटर व लखनपुर से लमारी के बीच 20 किलोमीटर सड़क कदम कदम पर मुसीबत की सड़क बन गई है। इसके बावजूद बीआरओ कर्मी जान जोखिम में डाल किसी तरह सड़क खोलने का काम कर रहे हैं। धारचूला के एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला कहते हैं कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क है। इसे खोलने के आदेश दिए गये हैं।
सेना के लिए भी चुनौती बनीं सड़क
व्यास वैली में मोटर मार्ग बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही सैन्य गतिविधियों के लिए भी सड़क परेशानी बढ़ा रही है। स्थानीय निवासी अनिल कुटियाल ने बताया कि वे व्यास वैली से वापस आए हैं। मोटर मार्ग लिमारी से तीनतोला मार्ग बहुत खतरनाक स्थिति में है। बीआरओ के द्वारा सड़क खोलने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन भूस्खलन से मुश्किलें बढ़ी हुई है।