धार । प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ प्रभु के जन्म एवं दिक्षा कल्याणक के पावन प्रसंग पर परम पूज्य चारित्र चूड़ामणि मालवभूषण तपस्वी सम्राट भोपावर तीर्थोद्धारक आ.भ. श्री नवरत्न सागर सूरीश्वर जी म.सा. के कृपा पात्र वागड़ विभूषण परम पूज्य आ.भ. श्री मृदुरत्न सागर सूरीश्वर जी म.सा. की पावन निश्रा में श्री जैन श्वे. आदीश्वर जी मंदिर में आठ विशिष्ट औषधियों, केसर-चंदन इत्यादि से आदिनाथ प्रभु का महाभिषेक हर्षेल्लास के साथ, सकल श्रीसंघ की उपस्थिति में संपन्न हुआ । महाभिषेक प्रारंभ के पूर्व आचार्यश्री के मंगल प्रवेश का वरघोड़ा शहर के प्रमुख मार्गें से होते हुए आदीश्वर जी मंदिर पहुँचा । सामुहिक चैत्यवंदन विधि के पश्चात युवा मुनि श्री पवित्ररत्न सागर जी म.सा. ने संपूर्ण विश्व को कोरोना से बचाने के लिए प्रभु से प्रार्थना कर 12-12 नवकार महामंत्र का जाप करवाया । महाभिषेक पूर्ण होने के पश्चात 40 किलो विभिन्न प्रकार के पुष्पों से मूलनायक भगवान की प्रतिमा पर पुष्पवृष्टि की गई । शंखनाद, घंटनाद एवं जय जय श्री आदिनाथ के नारों से मंदिर जी गुंजायमान हो उठा । कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित कामदार, विनय नाकोड़ा, नयन जैन, राजेश नाहर, विनय सौभाग्य, राहुल नाहर, पार्थ सर्राफ आदि का विशेष योगदान रहा। पधारे हुए सभी साधर्मिक जनों को भाते की प्रभावना लाभार्थियों के सहयोग से दी गई। अंत में कार्यक्रम संयोजक श्री प्रवीण गुप्ता के द्वारा आभार प्रकट किया गया।
…/17 मार्च 2020