नई दिल्ली । राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखकर संसद के मौजूदा बजट सत्र को जल्दी समाप्त करने की मांग की। लेकिन मोदी सरकार ने विपक्षी सांसदों की मांग पर असहमित जाहिर की। बुधवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने यह मांग की। कांग्रेस के एमवी राजीव गौड़ा ने अनुरोध किया कि कोरोना को देखकर सरकार को मौजूदा सत्र में कटौती करनी चाहिए या इस स्थगित कर देना चाहिए। कांग्रेस के ही आनंद शर्मा ने कहा कि सामुदायिक दूरी की बात की जा रही है, लेकिन इसका संसद में ही पालन नहीं किया जा रहा है। सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सत्र में कटौती के बारे में कोई फैसला सरकार को करना है।
इस पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश के 130 करोड़ लोगों में वायरस से लड़ने का जुनून और जज्बा है। सदन में हमें इस वायरस से लड़ने का जब्जा दिखना चाहिए और हमें दहशत नहीं पैदा करना चाहिए। इस पर नायडू ने कहा कि संसद भवन परिसर में विशेष साफ-सफाई (सेनेटाइज) की गयी है और अंदर आने वाले लोगों की थर्मल जांच की जा रही है। परिसर में विभिन्न स्थानों पर सेनेटाइजर भी रखे गए हैं। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सुबह मास्क पहन कर सदन में आए थे। सभापति नायडू ने इस पर अप्रसन्नता जताते हुए उन्हें मास्क हटाने को कहा। उन्हें कार्रवाई को लेकर आगाह भी किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने उनसे अनुरोध किया कि मास्क पहनने का फैसला सदस्य पर ही छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि संवेदनशील स्थिति को देखते हुए उन्हें इसकी अनुमति देनी चाहिए।
नायडू ने उनकी दलील को स्वीकार कर लिया लेकिन कहा कि सदन एक उदाहरण पेश कर रहा है। इससे पहले सुबह बैठक शुरू होने पर सदन ने अपने पूर्व सदस्य पुटप्पा पाटिल को श्रद्धांजलि दी। उनका पिछले दिनों 98 साल की उम्र में निधन हो गया था।