रायपुर। एसीबी व ईओडब्ल्यू के उप पुलिस महानिरीक्षक आरिफ शेख के निर्देश पर आज प्रदेश में एक साथ तीन स्थानों पर रेड कर रिश्वतखोर अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। गिरफ्तार रिश्वतखोरों में में एक स्कूल शिक्षा विभाग का बीईओ, एक रूर्बन मिशन का समन्वयक और एक महिला पटवारी भी शामिल है। तीनों अधिकारियों द्वारा पीडि़तों से अलग अलग मामलों रिश्वत की मांग की गई थी। सूरजपुर, बिलासपुर और बेमेतरा जिले में एसीबी ने आवेदक की शिकायत के आधार पर पहले जांच की और शिकायत सही पए जाने पर रेड कर तीनों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। पहले रिसर्च किया और फिर दबिश दी, सभी शिकायत सही पायी गयी थी, जिसके आधार पर रेड किया गया और सभी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के पूर्व माध्यमिक शाला रेलवे कॉलोनी के प्रधान पाठक ओमप्रकाश योगी ने सरगुजा एसीबी से बीईओ की शिकायत की थी। प्रधान पाठक ने बताया कि सूरजपुर के बीईओ कपूरचंद साहू ने उनसे लॉकडाउन का वेतन जारी क करने के एवज में 30 हजार रुपए की मांग की थी। इसके बाद 25 हजार रुपए रिश्वत तय हुई। प्रधानपाठक की शिकायत के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते बीईओ कपूरचंद को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
इसी प्रकार बिलासपुर में रूर्बन मिशन के समन्वयक नवीन कुमार देवांगन के खि़लाफ भदौरा तहसील के सरपंच प्रतिनिधि ने शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि स्टॉप डेम निर्माण के 14 लाख रुपए की राशि निकालने के एवज में 35 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। बिलासपुर एसीबी को मिली इस शिकायत के आधार पर टीम ने छापा मारकर समन्वयक नवीन देवांगन को 35 हजार रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इसके अलावा बेमेतरा के नवागढ़ निवासी नरेंद्र चतुर्वेदी ने रायपुर एसीसी के पास महिला पटवारी लोचन साहू की शिकायत की। शिकायत में उन्होंने बताया कि महिला पटवारी लोचन साहू जमीन के नामांतरण के बदले 7500 रुपए मांग रही है। इस शिकायत के आधार पर एसीबी की टीम ने रिश्वत की पहली किश्त 2800 रुपए लेते हुए उसके दफ्तर से गिरफ्तार किया।